रिलायंस की ओर से नए मोबाइल नेटवर्क जियो को बाज़ार में उतारने के बाद दूरसंचार कंपनियों के बीच नए ग्राहकों को पाने की लड़ाई तेज़ होने की संभावना है.
ग्रेहाउंड रिसर्च के संचित गोगिया को इस बात की चिंता है कि इससे रिलायंस का बाज़ार पर एकाधिकार हो जाएगा. उन्होंने बीबीसी से कहा, “एक व्यवसायिक घराने का स्टार्ट अप, कंटेट, वीएएस, टेलीफ़ोन, मोबाइल, ब्रॉडबैंड यानी सभी सेवाओं पर नियंत्रण हो जाएगा. इससे मुझे चिंता होती है और नियामकों को भी होनी चाहिए.”
वो कहते हैं कि भारत एक खुला बाज़ार है, यहां कीमतों के स्वाभाविक स्तर पर पंहुचने के लिए तीन से पांच कंपनियों का बाज़ार में होना ज़रूरी है.
Source: BBC.com